Wednesday, June 1, 2016

बिहार की शिक्षा व्यवस्था चौपट है, इतिहास में पहली बार टॉपर्स का इंटरव्यू लिया जाएगा.

अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन बिहार के बारे में कहते हैं कि "एक तरफ़ बिहार का गौरवशाली शैक्षणिक अतीत है और दूसरी तरफ़ आज इस राज्य का शैक्षणिक पिछड़ापन. ये सचमुच बहुत कचोटने वाला विरोधाभास है." गर आंकड़ों की बात करें तो देश में बिहार से सबसे अधिक अधिकारी निकलते हैं, लेकिन एक हकीकत ये भी है कि प्राथमिक स्तर की पढ़ाई यहां न के बराबर है. हालांकि यहां भी टॉपर्स पाए जाते हैं, जिनके अंक 99 फीसदी तक होते हैं. बाद में भले ये फेल हो जाते हैं, फ़िर भी ये टॉपर कहलाते हैं. चोरी के मामले में इस राज्य का इतिहास काफ़ी गौरवशाली रहा है. अभी हाल में ही इस राज्य में एजुकेशन में करप्शन का बड़ा मामला सामने आया है, जिसे जान कर आप भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे.

हमेशा की तरह इस बार भी बिहार में परीक्षा हुई, जिसमें रूबी राय आर्ट्स की टॉपर और सौरभ श्रेष्ठ साइंस के टॉपर बने. जब इन टॉपर्स से मीडिया ने उनके सब्जेक्ट से जुड़े सवाल पूछ लिए, तो किसी ने सही जवाब नहीं दिया. रूबी को तो यहां तक पता नहीं है कि कितने नंबर का एग्जाम हुआ है. बात इतनी बढ़ी कि बिहार स्कूल एग्जाम कमेटी ने पहली बार ये फैसला किया है कि इस बार के टॉपर्स का इंटरव्यू लिया जाएगा.

 

"प्रिंसिपल से मैंने तो ध्यान रखने को कहा था, उन्होंने तो टॉपर ही बना दिया"

इंटर आर्ट्स में पूरे बिहार में अव्वल आई रूबी राय के पिता रिटायर्ड फौजी अवधेश राय ने माना कि वह पढ़ने में साधारण है. टॉपर बनने लायक नहीं है. रूबी 276 नंबर लाकर सेकंड डिवीजन से मैट्रिक पास हुई थी. उसके पिता बोले- "कॉलेज के प्रिंसिपल अमित कुमार उर्फ बच्चा बाबू से बेटी पर थोड़ा ध्यान देने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने मेरी बेटी को टॉपर ही बना दिया. अगर रूबी जिला टॉपर होती तो इतना विवाद नहीं होता. बिहार टॉपर बनने के बाद से ही वे परेशान हैं. लेकिन इस प्रकरण में मेरा कोई दोष नहीं है."

मीडिया के टॉपर्स से सवाल

आर्ट्स टॉपर रूबी राय, 500 में से 444 मार्क्स और 89%

सवाल- आपने किस-किस सब्जेक्ट का एग्जाम दिया था?
 जवाब- इंग्लिश, ज्योग्राफी, म्यूजिक, 'प्रोडिकल साइंस'

सवाल- कौन साइंस...?
 जवाब- प्रोडिकल साइंस. (इसमें 91 नंबर मिले हैं.)

सवाल- प्रोडिकल साइंस क्या होता है? ये आप नया सब्जेक्ट बता रही हैं, इसमें क्या पढ़ाया जाता है?
जवाब- इसमें खाना बनाने के बारे में पढ़ाया जाता है.

2. साइंस टॉपर सौरभ श्रेष्ठ, 500 में से 426 और 85% मार्क्स



सवाल- किस तरह से एग्जाम की तैयारी की?
जवाब- स्कूल की पढ़ाई को दोहराता था. साथ में सेल्फ स्टडी भी करता था.

सवाल- पीरियॉडिक टेबल में मोस्ट रिएक्टिव एलिमेंट क्या होता है...?
जवाब- एल्युमिनियम

जी हां! यही बिहार की शिक्षा व्यवस्था की वास्तविकता है. सरकार, शिक्षा अधिकारी और प्रशासन हमेशा की तरह इस बार भी जांच-पड़ताल करेंगे. दोषियों पर कार्रवाई भी की जाएगी. लेकिन सबसे अहम सवाल यह है कि क्या बिहार के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल पाएगी?

उम्मीद है कि इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करेंगे









Tuesday, May 31, 2016

Porn देखने से आप भी हो जाएंगे धार्मिक, ऐसा हम नहीं कहते ये Research कहती है

क्या धर्म के प्रति आपका लगाव कुछ खास नहीं है, तो घबराने की कोई बात नहीं. धार्मिक होने का सबसे मस्त उपाय सामने आया है. University of Oklahoma के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि हफ्ते में एक बार से ज़्यादा पॉर्न देखने पर आप धार्मिक हो सकते हैं. ऐसा इसलिए होता है कि पॉर्न देखने के बाद लोग एक खास किस्म का दोष महसूस करते हैं, और उसी के पश्चाताप के लिए धर्म की तरफ बढ़ जाते हैं.



समाजशास्त्र और धार्मिक अध्ययन के एसोसिएट प्रोफेसर और मुख्य शोधकर्ता Samuel Perry के अनुसार, पॉर्न देखने पर किसी अपराध का एहसास होता है. ऐसा तब ज़्यादा होता है, जब वो अपने धर्म के नियमों का उल्लंघन कर रहा हो. उन्होंने जर्नल ऑफ़ सेक्स रिसर्च में लिखा है कि, ज़्यादा पॉर्न देखने पर, लोग अपने व्यवहार में एक दोष पाते हैं, या फिर अपने इस व्यवहार के प्रति शर्मिंदा होते हुए इससे उबरने की कोशिश करते हैं. इसी व्यवहार में परिवर्तन के कारण वो खुद को दोषी महसूस करने लगते हैं.

इसके निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए शोधकर्ताओं ने 6 साल तक अध्ययन किया. पॉर्न देखने वालों का धर्म के साथ जुड़ाव मापा गया और इसी आधार पर ये निष्कर्ष सामने आया. मेडिकल डेली के एक रिपोर्ट के अनुसार, 1314 लोगों के समूह से उनके पॉर्न देखने की आदतों और धार्मिक क्रियाकलापों के बारे में पूछा गया. डेली में बताया गया है कि लिंग और उम्र जैसे कारकों के निर्धारण के बाद और उनपर नियंत्रण के बाद धार्मिक झुकाव कम होता गया पर हफ्ते में इसका दर बढ़ते ही धार्मिक झुकाव भी बढ़ गया.



जबकि विद्वानों का ऐसा मानना है कि ज़्यादा धार्मिक लोग बहुत कम ही पॉर्न देखते होंगे. पर इस प्रयोग से सच सामने आ गया है. Samuel Perry ने बताया कि शोध के अनुसार पॉर्न कुछ धार्मिक आयामों में गिरावट भी लाता है, पर ज़्यादातर आयामों में इसे देखने से बढ़ोतरी ही दर्ज़ हुई है.

अगर आप भी धार्मिक होना चाहते हैं, तो ज़्यादा मुश्किल नहीं होने वाली. बिना किसी को बताए धर्म की तरफ बढ़ने का ये सबसे सरल उपाय है.






Friday, April 29, 2016

15 Inspiring Photos That Prove Tolerance Isn’t Dead In India

We banned a documentary, then we banned beef. Some people vandalised churches, while a mob lynched someone they suspected ate beef. Writers have been threatened and attacked, actors are protesting and many believe that India has become intolerant. 

But the strength of our nation has always been tolerance, hasn't it? Here are photos that actually prove how tolerant India can be: 

1. This board that has all the right signs.

 

2. These two men, Ashok Munshi & Qutubuddin Ansari, who were on opposite sides of the Godhra riots in 2002. 


Met years later and extended a hand of friendship.



 

3. This march.

When celebs are returning awards, some stand to prove that India is still very tolerant. 


4. These men who tolerate more than anything we can imagine. 

 

5. When Muslims made way for Ganpati and the Hindu procession went by quietly without disrupting their prayers. 

 

6. When a few youngsters gave away love for no reason at all.

 7. This wall that spells unity. 

 

8. These brave kids who smile despite facing adversities we can barely imagine. 

 

9. These children who stand side by side like it's meant to be. 

 

10. These men marching on. 

 11. This. 

 12. And this.

 13. These Hindus and Muslims who helped rebuild a Gurudwara. 

 14. This Eid. 

5. These two Muslim women who dressed their kids as Hindu deities. 

 

So is India really getting intolerant? There is still hope, after all.

 

Tuesday, March 29, 2016

India’s other daughters – The village that plants 111 trees when a girl is born



In a country that still favours the birth of a son, Piplantri village in Rajasthan not only embraces daughters but has created a tradition that benefits both the local people and the planet. This endearing village makes a conscious effort to save girl children and the green cover at the same time, by planting 111 trees every time a girl is born. A brilliant exercise in eco-feminism, this should inspire India and the rest of the world.

This wonderful eco-conscious tradition ensures that an increase in human population will never come at a cost to the environment. It is literally helping to ensure a greener future with each new generation. 


The village gathers as a community and plants 111 fruit trees in honour of every newborn female child.

Village residents collect Rs. 21,000 between themselves and Rs.10,000 from the girl’s parents. This sum of Rs. 31,000 is made into a 20-year fixed deposit for the girl.

Parents are legally bound by a signed affidavit stating that their daughter will receive proper education. The affadavit also mandates that the girl should be married only after she reaches legal age and the trees planted after her birth have been correctly looked after.

 

The community ensures that the trees survive, attaining fruition as the girl grows up.

The villagers don’t just plant trees, they look after them as well. To protect the trees from termites, the residents plant aloe vera plants around them.

 

These trees, and especially the aloe vera plants, are now a source of livelihood for several residents.

 

This unique tradition was first suggested by the village’s former leader, Shyam Sundar Paliwal, in honour of his daughter who passed away at a young age. In the last 6 years, over a quarter of a million trees have been planted.



Villagers claim there has not been any police case here for the last 7 to 8 years.

 

This is a heartwarming and inspiring story that MUST be shared and replicated as much as possible across India and the world.

Share this and help make our world greener and more equal!


Monday, March 14, 2016

15 Photos That Prove The Circus Was Actually The CREEPIEST Show On Earth

1. Unzie the Albino 

 

2. A performer with ectrodactyly, a hand deformity that makes his hands look like lobster claws. 

 

3. Pip and Flip, twins who have microcephaly, which makes their heads disproportionately smaller than their bodies. 

 4. Isaac W. Sprague a.k.a The Living Skeleton

5. A four-legged woman 

 6. Sideshow boxers 

 

7. A legless acrobat and his family. 

 

8. Minnie Woolsey a.k.a Koo Koo the Bird Girl 

 

9. A two-headed man. 

 

10. The Human Pincushion 

 

11. Lucia Zarate, the smallest woman in the world, weighed only 4 pounds at 18 years old. 

12. Annie Jones a.k.a The Bearded Woman 

 13. Alice E. Doherty a.k.a The Minnesota Woolly Baby 

 

14. One performer with large feet and another with no arms

 

15. Ella Harper a.k.a Camel Girl 

 

 

 

Sunday, March 13, 2016

14 Crazy Hair Styles That Show Kids Know How To Have Fun

It’s crazy hair day! Now you can do all the crazy things with your hair you were so tempted to do, but you didn’t because probably you would have been expelled. Sounds great? In fact, this is a practice in many schools, which is a really great way for kids to have fun and to use their creativity, but in many cases opportunity for parents too to have fun and show their skills. Here is the gallery of some of the greatest creations that can be found on the internet made on Crazy Hair day. I cannot decide, which is the most fun and crazy: the autumn tree, the double lawn, Olaf from Frozen, the wave and surfer… they’re all great!